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से एक्को बेर पलको नै सखै छै / मैथिली लोकगीत

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मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

से एक्को बेर पलको नै सखै छै
भौरानंद ने हाथी पर
पलको ने सखाबै छै दादा
भौरानंद हाथी पर ने हय।
से सीरी यौ भगवान।
आब मने मन सोचै छै नरूपिया
आ भौरानंद हाथी पर
मने मन सोचै छै नरूपिया
आ भौरानंद हाथी पर ने हौ।