मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
से खाली हौदा जखनी देखै छै बौआ
भौरानंदमे हाथी के
आ खाली हौदा जे देखै छै मोतीराम
आ भौरानंद हाथी के ने हय।
आहौ खाली तऽ देखैय
आबौ खाली हौदा देखैय छै नारायण
भौरानंद हाथी के ने हय।
से खाली हौदा जखनी देखै छै बौआ
भौरानंदमे हाथी के
आ खाली हौदा जे देखै छै मोतीराम
आ भौरानंद हाथी के ने हय।
आहौ खाली तऽ देखैय
आबौ खाली हौदा देखैय छै नारायण
भौरानंद हाथी के ने हय।