मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
से बोमछल पलटन हौ दादा
भागल जखनी जाइ छै
बोमछल पलटन जखनी
भागल हौ दादा जाइ छै ने हौ।
पीठिया ठोक पलटन जखनी
चल जाइ छै
पीठिया ठोक पलटन जखनी चल जाइ छै ने हौ।
से बोमछल पलटन हौ दादा
भागल जखनी जाइ छै
बोमछल पलटन जखनी
भागल हौ दादा जाइ छै ने हौ।
पीठिया ठोक पलटन जखनी
चल जाइ छै
पीठिया ठोक पलटन जखनी चल जाइ छै ने हौ।