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सोने की चिड़िया / पद्मजा बाजपेयी

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चीनी साँप
ओ अजगर साँप
तू अपने पापों की
सीमा पार कर
निरपराध तिब्बत जैसे
निरीह पक्षीगणों को
निगलकर हो गया मोटा
लेकिन तू भूल गया क्या?
भारत वह रक्त माँस की
या मिट्टी से निर्मित चिड़िया नहीं
शांति में पली, सीमा में खेली
विश्व की अनोखी व देखी
जगत विख्यात 'सोने की चिड़िया' है
जिसको माँ-बहनों ने
अपने त्याग और प्रेम से
पाला-पोसा, बड़ा किया
जिन्होने त्यागा अपना सुहाग चिह्न
जीवन का बलिदान किया,
विश्व शांति हेतु इसका निर्माण किया
तो क्या तू इसको?
निगल सकेगा?
लोहे से भी कठोर,
सोने की चिड़िया को।