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सौंदर्य / ऋषभ देव शर्मा
Kavita Kosh से
प्रश्न
सुडौल और बेडौल
होने का नहीं
जुझारू और
सक्रिय होने का है,
सुंदरता से आगे
उपयोगिता का हैं,
ऊर्जस्विता का है|
आवश्यकता पड़ने पर
ऊर्जा उपजाने को
ये हाथ
ईंधन हो सकें,
सौंदर्य की सार्थकता
इससे बड़ी
और क्या है? तुम्ही बोलो !