भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
स्कूल की नोटबुक के पीछे / अनिमेष मुखर्जी
Kavita Kosh से
					
										
					
					स्कूल की नोटबुक के पीछे
एक नाम
लिखकर के 
काटा था
आज
नन्ही बिटिया को
उसी नाम से पुकारता हूँ।
 
	
	

