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स्त्री-पुरूष (11) / कमलेश्वर साहू
Kavita Kosh से
पुरूष ने कहा
यह दुनिया हमसे है
स्त्री बोली
इस दुनिया के होने में
स्त्री का होना जरूरी है
पुरूष के कहने में अहंकार था
स्त्री के बोलने में आग्रह
मगर बात जिद्द की थी
पुरूष ने स्त्री को
बचपन से ही मारना शुरू कर दिया !