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स्त्री-पुरूष (22) / कमलेश्वर साहू
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पुरूष ने कहा
चलो घर घर खेलते हैं
स्त्री बोली
हां....हां, चलो
घर-घर खेलते जब मन भर गया
तो पुरूष
ठोकर मारकर
घर से बाहर निकल गया
स्त्री खड़ी है
उजड़े हुए घर की दहलीज पर
ठगी-सी
सदियों से !