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स्त्री के गर्भ से ही / गुँजन श्रीवास्तव
Kavita Kosh से
संसार स्त्री के गर्भ में
तय किया गया एक कार्यक्रम है
इस गर्भ में सोई हैं
आने वाली
सदियों की पीढ़ियाँ और
उनके अनगिनत पात्र ।
आने वाली सदी का राष्ट्रपति,
महानायक, तानाशाह, महाकवि
या तुम्हारा प्रधानमन्त्री भी
अभी कहीं उसी स्त्री
के गर्भ में दुबका है ।
और मिला-जुला कर वही
तुम्हारे ईशु से राम तक का
पहला और असली पता है !