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स्थाई निवास / निकिफ़ोरॉस व्रेताकॉस / अनिल जनविजय
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यहाँ घूमती हैं
मेरे पूर्वजों की परछाइयाँ ।
कभी-कभी मुझे लगता है :
मेरे पिता इस लावारिस पुरानी जागीर की
खिड़की खोलकर
उस खिड़की पर लटके हुए थे,
और अपनी उँगली से इशारा कर रहे थे
एक मायावी इन्द्रधनुष के भूत की तरफ़।
मैं पूछता हूँ —
क्या वहाँ दूर कोई दुनिया है युद्ध-रहित ?
कोई जादुई ग्रह है वहाँ ?
लेकिन पिता
किसी सोच में डूब जाते हैं
और मेरे सवालों का
कोई उत्तर दिए बिना ही
खिड़की बन्द कर देते हैं
धीरे से
नि:शब्द ।
रूसी भाषा से अनुवाद : अनिल जनविजय