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स्वारथ को व्यवहार जगत मे स्वारथ को व्यवहार / बुन्देली
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♦ रचनाकार: अज्ञात
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स्वारथ को व्यवहार जगत में स्वारथ को व्यवहार
बिन स्वारथ कोऊ बात न पूछे
देखा खूब बिचार। जगत में...
स्वारथ को व्यवहार
पूत कमाके धन खों,
ल्यावे माता करे पियार। जगत में...
पिता कहे यह पुत्र हमारो,
अक्लमंद हुशियार। जगत में...
नारी सुन्दर भूषण मांगे,
करे पति से प्यार। जगत में...
नहीं कोऊ संगी न कोऊ साथी
मतलब के सब यार। जगत में...
यह माया तुम छोड़ो प्यारे,
भजो जगत करतार। जगत में...