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हंसता हुआ चेहरा / भारत यायावर
Kavita Kosh से
हंसो तो इस तरह हंसो
कि हंसती हुई पूरी देह
हवा भी तुम्हारे आसपास की हंसे
पूरा घर हंसे
हंसता हुआ दिखे पूरा मुहल्ला
पूरा समाज
देश
पूरी दुनिया
हर रोशनी में बिखरी हो हंसी !
मेरे बेटे !
मैं भी तुम्हारी तरह दिखूँ शिशु
भोला
सरल
उन्मुक्त
पर ऐसा कहाँ होता है
जटिल और हंसी विमुख इस दुनिया में
सिवा मृत्यु के
विध्वंस के
हंसते हुए
अन्धेरे के
तनाव के
हंसी के सँगीत का आनन्द
हंसी की फूलों भरी ख़ुशबू
ऐसा कहाँ होता है मेरे बेटे !
तुम्हारी तरह
हर समय
नींद में भी
हंसता हुआ
मुस्कुराता हुआ चेहरा !