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हट जा नै दूर पापण क्यूं सोंवते के सिर पै चढ़गी रै / मेहर सिंह
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वार्ता- सखी के बोल सुनकर रणबीर सैन क्या कहता है-
हट जा नै दूर पापण क्यूं सोंवते के सिर पै चढ़गी रै।टेक
तूं बेटी सै नालाकां की
सेज कदे सोई ना साख्यां की
तेरी आख्यां की धूर सापण लाठी तै भी डयोढ़ी बढ़गी रै।
शहद करली हो केशर बो द्यूं
चीज तरी एक गई हो तै दो द्यूं
खो द्यूं गरुर बड़ा पण जै कोए ओछी मुंह तै कढ़गी रै।
तेरे बागां मैं सीली छां पागी, लोटग्या आनन्दी सी छागी
लोगी कमशूर थापण तूं कै न्यारी बी.ए. पढ़गी रै।
करो गुरु लखमीचन्द आनन्द
गल मैं घाल्या का फन्द
मेहर सिंह छन्द लगे भरपूर छापण जणूं तूं राह में किली गड़गी रै।