हथिया चढ़ले रउता हे गीत अनुरागे / भोजपुरी
हथिया चढ़ले रउता हे गीत अनुरागे, आहो गीत अनुरागे,
मचिया बइठल सँवरो झारे लामी केस।।१।।
हाँ रे, बसु-बसु आहे रउता हमरो मंडपवा, आरे हमरो हबेलिया,
तोहि के खिअइबों रउता हे, घीव मधुखाँड़ें।।२।।
कइसे के बसीं सँवरो हे तोहरो हबेलिया, आहे तोहरो हबेलिया,
कि हथियो ना माने सँवरो हम पर नौकर।।३।।
हाँ रे, हथिया खिअइबों रउता हे, लुहु-लुहु पाते,
तोहि के खिअइबों रउता हे, दही-दूध-भाते।।४।।
हाँ रे, हथिया के बन्हबों रउता हे, चनने बिरिछिया,
तोहिके रखबों रउता हे, सिरी बँसहर घरे।।५।।
एक मन करे रउता हे, तोरे सँ जइबो, कि तोरे घरे जइबों,
कि दूजे मन करे रउता हे, पलटि घरे जावँ।।६।।
हाँ रे, केकरे विरागवा सँवरो हे, मोर संगे जइबू,
कि केकरे बिरागवा सँवरो हे, घरे पलटि जाय।।८।।
हाँ रे, मोरे संगे जइबू सँवरो, बड़ा दुख पइबू,
कि देस-देस आहे सँवरो, हथिया घूमइबों।।९।।
तोरे सँगे जइबों रउता, बड़ा सुख पइबों,
कि आहे रउता हे, हथिया चढ़ल देखबों मोरंग देसवा।।१0।।