हमका मेला में चलिके घुमावा पिया / पवन कुमार मिश्र
हमका मेला में चलिके घुमावा पिया
झुलनी गढ़ावा पिया ना ।
अलता टिकुली हम लगइबे
मंगिया सेनुर से सजइबे,
हमरे उँगरी में मुनरी पहिनावा पिया
नेहिया देखावा पिया ना
हमका मेला में चलिके घुमावा पिया
झुलनी गढ़ावा पिया ना ।
हँसुली देओ तुम गढ़ाई
चाहे केतनौ हो महंगाई,
चलिके सोनरा से कंगन देवावा पिया
हमका सजावा पिया ना ।
हमका मेला में चलिके घुमावा पिया
झुलनी गढ़ावा पिया ना ।
बाला सोने के बनवइबे
पायल चांदी के गढ़इबे,
माथबेनी औ' बेसर बनवावा पिया
झुमकिउ पहिनावा पिया ना ।
हमका मेला में चलिके घुमावा पिया
झुलनी गढ़ावा पिया ना ।
गऊरी शंकर धाम जइबे
अम्बा मईया के जुड़इबे,
इही सोम्मार रोट के चढावा पिया
धरम तू निभावा पिया ना ।
हमका मेला में चलिके घुमावा पिया
झुलनी गढ़ावा पिया ना ।