हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
हमने बुलाये सुथरे सुथरे भूंडे भूंडे आये री
हमने बुलाये लम्बे लम्बे मोटे नाटे आये री
हमने बुलाये बड़े घरो के ओछे ओछे आये री
हमने बुलाये गोरे गोरे काले काले आये री
हमने बुलाये हाथी के हौदे गधे चढ़ के आये री
छाज का है चंवर डुलाया झाडू का है सेहरा री