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हमरोॅ माय / राधेश्याम चौधरी

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माय निर्मला जननी छै
माय के हृदय धरै छै।
सच मेॅ ऊ नारी-नारी छेकै
जे बेटा खातिर जियै मरै छै।
विश्वास, त्याग, श्रद्धा भरलोॅ,
मानवता के अवतार।
सही अर्थ मेॅ धरती के छै,
तोहरै पर अधिकार।
पिता श्री जयदेव के प्रण-पालन मेॅ
छेलै हमरा ऊपर विश्व शिव के भाव।
माय-बापू के दिल झक-झक दर्पण छै,
आरो छै भक-झक तप के आग।
रग-रग मेॅ छौं प्राण स्नेह के अनुराग,
आरो भरलोॅ छै मधुमय राग।