बुन्देली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
हमाये ठाकुर राजा बाखर में आये।
हमाये गनेस जू बाबा बाखर में आये।
हमाय मदार बाबा बाखर में आये।
टेका की पिड़ियाँ उनका बैठक डारौं।
औ दूदा मलीदा उनका जेवन खों चाहें।
सोने के लोटा उनको पीवन खों चाहें।
पानन की बिरिया उनको चावन खों चाहें।
नौ रंग पलका उनको सोवन खों चाहें।
सौरा सुपेती उनको सोवन खों चाहें।
फूलन के पंखा झलवै खों चाहें।
चंदन की चौपर खेलवे को चाहें।
फूलन के हिंडोला झूलन खों चाहें।
हमाये सब देवी देवता बखरन में आये।