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हमारा गौरव / महेन्द्र भटनागर
Kavita Kosh से
भारत का चट्टानी सीना है
कारगिल !
टकराएँ चाहे कितने ही
अणु-बम
इसका पाया लेकिन
कभी न सकता हिल !
छल और कपट से
लुक-छिप कर घुस आये
दुश्मन को धकियानेवाला
पर्वतराज कारगिल !
नहीं कभी यह हुआ / न होगा
गाफ़िल !
बर्बर धोखेबाज़ों की
लाशों का ढेर लगाने वाला
काल - कारगिल !
अब तो भैया
इसका नाम सिर्फ़
दुश्मन का दहलाता दिल !
सीमा का प्रहरी सैनिक है यह
कार - कारगिल !
भारत-माता का स्वस्तिक है यह
कार - कारगिल !