भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
हमारा प्यार मई में जन्मा था / अरनेस्तो कार्देनाल / मंगलेश डबराल
Kavita Kosh से
हमारा प्यार मई में जन्मा था
मालिंचो के फूलों के साथ—
जब मानागुआ में
मालिंचो खिले हुए होते हैं—
वे इसी महीने खिलते हैं,
बाक़ी महीनों में वे दुःख झेलते रहते हैं.
मई में फिर से मालिंचो खिलेंगे
लेकिन जो प्यार बीत गया
वह नहीं आएगा फिर।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : मंगलेश डबराल