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हमारी टूटती सांसें लौटा दो / रणविजय सिंह सत्यकेतु
Kavita Kosh से
पीएम ने कहा
खुले में शौच न करो
सीएम बोले
कुछ तो शर्म करो
डीएम ने हड़काया
ऐसों को तभी के तभी पकड़ो
जीएम ने फरमाया
लोटा छोड़ो चाहे जैसे हगो
सबने कहा
हर शौच के पहले-पश्चात
'जय हिन्द' कहो
अस्पताल में मरते बच्चों ने हाथ जोड़ा
खुले में क्या
बन्द किले में भी शौच नहीं करेंगे
बस, हमारी टूटती सांसें लौटा दो ...!