हमारी पसंद का मुसलमान / रणजीत
ढाई साल से ढूँढ़ रहे थे हम
अपनी पसन्द का एक मुसलमान
अब हमें मिला
सचमुच एक आदर्श मुसलमान
जो शुद्ध शाकाहारी है
गीता के श्लोक कण्ठस्थ हैं उसे
उनके समर्थन में कुरान की आयतें उद्धृत कर सकता है वह
और बाल ब्रह्मचारी है!
ब्रह्मचारी तो खैर
हमारा अपना नेता भी नहीं है
पर यह भी क्या कम है कि वह
उसकी तरह ही एक कुंवारा बुजुर्ग है
पारिवारिक भ्रष्टाचार की विरुद्ध
एक अभेद्य दुर्ग है!
और उन मुसलमानों की भरपाई कर देता है
जिनसे चार-चार बीवियाँ रख कर
बीस-बीस बच्चे पैदा करने के आरोप में
वोट देने का अधिकार छीन लेना चाहते हैं
बालासाहेब ठाकरे।
फिर उसने हमारे लिये बनाई हैं
लम्बी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें
हमारी परमाणु-नीति का सख्त समर्थक है वह
पड़ोसी देश के साथ हमारे युद्धोन्माद को सहलाता है
इसलिए सच्चा देशभक्त है वह
गुजरात के कत्लेआम पर भी
चुप रहना सीख लिया है उसने!
हमें मिल गया है आख़िर
एक भला-सा, भोला-सा मुसलमान
अपने ही ख़यालों में खोया हुआ
एक मस्तमौला-सा मुसलमान
हमें मिल गया आख़िर
एक सूक्ष्म-सा, अमूर्त-सा, एक जड़हीन-सा मुसलमान
एक अड़ियल घोड़े की लकदक ज़ीन सा मुसलमान
जिसकी चकाचौंध में
हमारी लगाम में रहेगा घोड़ा
देखा, कितने राजनैतिक कौशल से हमने
एक विशाल वोट-बैंक को मोड़ा!
हमारे इस दाँव में सारे विपक्षी आ गये
सोनिया तो सोनिया
मुलायमसिंह भी चक्करघिन्नी खा गये।