भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
हमारे दोस्तों में कोई दुश्मन हो भी सकता है / हसीब सोज़
Kavita Kosh से
हमारे दोस्तों में कोई दुश्मन हो भी सकता है ।
ये अँग्रेज़ी दवाएँ हैं रिएक्शन हो भी सकता है ।
किसी माथे पे हरदम एक ही लेबल नहीं रहता,
भिखारी चंद हफ़्तों में महाजन हो भी सकता है ।
मेरे बच्चों कहाँ तक बाप के काँधे पे बैठोगे,
किसी दिन फ़ेल इस गाड़ी का इंजन हो भी सकता है ।