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हम अबला अग्यान हे जननी / मैथिली

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

हम अबला अग्यान हे जननी-2
धन समपति किछु नहिं हमरा
नहिं अछि किछुओ ध्यान हे जननी
हम अबला…
नहिं अछि बल, नहिं अछि बुद्धि,
नहिं अछि किछुओ ग्यान हे जननी
हम अबला…
कोन विधि हम भवसागर उतरब
अहिं के जपब हम नाम हे जननी
हम अबला…


यह गीत श्रीमती रीता मिश्र की डायरी से