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हम उनकी क़ब्रों से होकर गुज़रे/ लैंग्स्टन ह्यूज़
Kavita Kosh से
हम
उनकी क़ब्रों से
होकर गुज़रे
मृत लोग थे वहाँ,
विजेता या पराजित
क्या फ़र्क पड़ता है।
उस अन्धकार में
वे देख नहीं
सकते थे
किसे हासिल हुई
जीत।
मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : मणि मोहन