हमने यही तो किया
देह का दीपक जला कर
एक-दूसरे को पढ़ा
एक-दूसरे पर लिखा जो मन में आया
हमने तन की मिट्टी गूँथ कर
एक-दूसरे को गढ़ा
जैसा चाहा बनाया ।
हमने एक दूसरे को कैसे-कैसे पाया
हमने एक दूसरे को कैसे-कैसे भास्वर गाया ।
हमने यही तो किया
देह का दीपक जला कर
एक-दूसरे को पढ़ा
एक-दूसरे पर लिखा जो मन में आया
हमने तन की मिट्टी गूँथ कर
एक-दूसरे को गढ़ा
जैसा चाहा बनाया ।
हमने एक दूसरे को कैसे-कैसे पाया
हमने एक दूसरे को कैसे-कैसे भास्वर गाया ।