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हम चींटी हैं / सुधेश

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हम
चींटी हैं
आप हैं पहाड़
 
झटक कर
झाड़ दो
कहीं जगह बना ही लेंगी
कहीं किसी गड्ढे में

समय आने पर
चढ़ेंगी पहाड़

पर अभी झटक कर झाड़ दो
हमें चींटी समझ।