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हम जंग के दौरान ख़ुश रहे / असद ज़ैदी / इल्या कामिन्सकी

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और जब वे दूसरे लोगों के घरों पर बमबारी कर रहे थे, हमने
ऐतराज़ किया
मगर ज़रा, हमने उनका विरोध किया मगर
ज़रा। मैं अपने
बिस्तर पर था, मेरे बिस्तर के इर्द गिर्द अमरीका
गिर रहा था : मकान दर मकान दर मकान अनदिखा।
मैंने कुर्सी बाहर खींची और धूप में बैठ गया।
बरबाद हुकूमत के छटे महीने में
सरमाये के घर में
सरमाये की गली में सरमाये के शहर में सरमाये के देश में,
सरमाये के अपने महान देश में हम (माफ़ करें)
जंग के दौरान ख़ुश रहे।

मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : असद ज़ैदी

और अब पेश हैं मूल अँग्रेज़ी में यह कविता
WE LIVED HAPPILY DURING THE WAR
By Ilya Kaminsky
-
And when they bombed other people’s houses, we
protested
but not enough, we opposed them but not
enough. I was
in my bed, around my bed America
was falling: invisible house by invisible house by invisible house.
I took a chair outside and watched the sun.
In the sixth month
of a disastrous reign in the house of money
in the street of money in the city of money in the country of money,
our great country of money, we (forgive us)
lived happily during the war.