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हम तो एक बार उसके हो जायें / अमजद हैदराबादी
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हम तो एक बार उसके हो जायें।
वो हमारा हुआ, हुआ, न हुआ॥
ढूँढ़ता हूँ मैं हर नफ़स<ref>सांस</ref> उसको।
एक नफ़स<ref>लम्हा</ref> मुझसे जो जुदा न हुआ॥
क्या मिला वहदते-वजूदी से<ref>एक-ईश्वरवाद से</ref>?
बन्दा, बन्दा रहा, खुदा न हुआ॥
बन्दगी में यह किब्रयाई<ref>अभिमान</ref> है?
ख़ैर गुज़री कि मैं ख़ुदा न हुआ॥
शब्दार्थ
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