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हम तो मुसाफ़िर हैं / पंछी जालौनवी
Kavita Kosh से
सफ़र तय करने के बाद
आगे एक और रास्ता है
जिसपे तुम ठहरो
या हम चलें
हम ठहरें या तुम चलो
इरादों से परे
हासिल ला हासिल की
परवाह किये बग़ैर
मुसलसल बस चलते रहना है
एक दुसरे को पाने का सफ़र
तो सर हुआ
एक दुसरे को ना खोने ख़लिश
बहुत फिराती है
ज़मीन थकन रुलाती है
मगर हम तो मुसाफिर हैं
हमें तो चलते रहना है ॥