हम देश, विदेश में कहीं भी घूमें
नश्शे में बदे-ऐ'मालियों के भी झूमें
बस दाग़े-नदामत से बचें, वैसे तो
बद कौन नहीं आलमे-रंगों-बू में।
हम देश, विदेश में कहीं भी घूमें
नश्शे में बदे-ऐ'मालियों के भी झूमें
बस दाग़े-नदामत से बचें, वैसे तो
बद कौन नहीं आलमे-रंगों-बू में।