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हम फ़क़ीरों की कोई फ़रियाद क्या? / अशोक 'मिज़ाज'
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हम फ़क़ीरों की कोई फ़रियाद क्या?
ज़िन्दगी की आस क्या औलाद क्या?
इश्क़ में आबाद क्या बरबाद क्या?
रोमियो क्या क़ैस क्या फ़रहाद क्या?
फ़िक्र माज़ी की भला हम क्यंू करें?
और होना है अब इसके बाद क्या?
आँच के आगे सभी मजबूर हैं
काँच क्या है संग क्या फ़ौलाद क्या?
बुलबुलों को कुछ ख़बर होती नहीं?
सोचता है आज का सैयाद क्या?
इक सबक़ हमने पढ़ा था साथ में
आपको कुछ भी नहीं है याद क्या?
शाइरों को एक ही गम इक खुशी
और कुछ भी है ग़ज़ल के बाद क्या?