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हम बोले रोटी / ओम पुरोहित ‘कागद’
Kavita Kosh से
उन्होँने कहा-
देखो !
हम ने देखा
...वे खुश हुए ।
उन्होंने कहा-
सुनो !
वे बहुत खुश हुए !
उन्होंने कहा -
खड़े रहो !
हम खड़े रहे
वे बहुत ही खुश हुए ।
उन्होंने कहा-
बोलो !
हम ने कहा "रोटी" !
वे नाराज़ हुए !
बहुत नाराज हुए !!
बहुत ही नाराज़ हुए !!!