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हरकारा / बी.आर.चौहान

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तोर भाला घुंघरू घुनूर घुनूर
तोर साइकिल घंटी ठिनिन ठिनिन
थैली पहुंचा दे हरकारा रे
जल्दी पहुंचा दे हरकारा रे।


रददा हे अलकरहा, कांटा खूंटी परही
तन में तोर गड़ही, अउ मन में चम्भक जरही
फेर ऊंह झनि करीबे, मने मन में गुनिवे
अउ मने मन में रहिबे, ऐती ओती झनि

देखिबे
आगू दाहर के गारी ला, पाछू दाहर फेंकिबे
ढोड़गा नरवा घलो परही, अउ पूरा नई उतरही
डोंगा बन जायबे हरकारा रे, तंउर के आवे मोर प्यारा हे
तोर भाला ...............

नोनि बिमरिन ला छोड़ के, लेखा कार्यालय जाबे
बड़े बाबू के नोनी ला, घर अस्पताल पहुंचाबे
ओला देख के बाबूमन, घलो लउहा लेही
एती के बुत्ता छोड़के, अपन बूता ला देही
ऊपर ले तोर, डांक बैला बंधवाही
अउ मौका आजा ही त, तूही ला फंसाई

तै झन गरियावे सर्वहारा रे, तै दुख बिसराबे मोर प्यारा रे
तोर भाला..............

ऐमा हावे निमंत्रण, मरनी हरनी आमंत्रण
भाई, राखी जौहत होही, बहिनी ऐती रोवत होही
मनीऑर्डर का बिल्टी, चेक ड्राफ्ट का हुंडी
सबके किस्मत भरे हावे, का बतावंद संगी
सुख दुख पहुंचा दे हरकरा रे, सुख दुख बंटवा दे मोर प्यारा रे
तोर भाला ................