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हरा बग़ीचा / निकिफ़ोरॉस व्रेताकॉस / अनिल जनविजय
Kavita Kosh से
तीन तरह की
दुनियाएँ हैं मेरे पास —
समुद्र है,
आकाश है,
और है एक हरा बगीचा
यानी तुम्हारी आँखें ।
अगर मैं मटरगश्ती कर पाता
अपनी इन तीनों दुनियाओं में
तो मैं तुम्हें बता देता
कि ये तीनों तरह की दुनिया
मुझे कितना लुभाती हैं ।
हालाँकि समुद्र के बारे में तो
जानता हूँ
मैं सबकुछ
और आकाश के बारे में भी
कुछ-कुछ
पर हरे बाग के बारे में कुछ नहीं जानता
इसलिए मुझसे
कुछ नहीं पूछो ।
रूसी भाषा से अनुवाद : अनिल जनविजय