हरियाणे के वीरो जागो / रणवीर सिंह दहिया
हरियाणे के वीरो जागो तजो जात के बाणे नै॥
ढेरयाँ आला कुड़ता सै समझो इसके ताणे नै॥
गरीब माणस नै मरज्याणी गरीब भाई तैं दूर करै
अमीर होज्याँ एक थाली मैं यो गरीब मजबूर फिरै
अमीर इस्तेमाल भरपूर करै गरीबाँ नै बहकाणे नै॥
ढेरयाँ आला कुड़ता सै समझो इसके ताणे नै॥
अमीरां का छोरा कोये बेरोजगार जमा ना पाणे का
पुलिस कचहरी सब उनके ख़ाली हुक्म ना जाणे का
गरीब लूट कै खाणे का टोहया सै राह मरज्याने नै॥
ढेरयाँ आला कुड़ता सै समझो इसके ताणे नै॥
मेहनत जात गरीबाँ की और कोये तो जात नहीं
जाट ब्राह्मण सिर फुड़वावें मिलै खान नै भात नहीं
जात मिटा सकै दुभांत नहीं बात कही सै स्याणे नै॥
ढेरयाँ आला कुड़ता सै समझो इसके ताणे नै॥
जात के ठेकेदारां की बांदी या करै इनकी ताबेदारी
आम आदमी जकड़ लिया अमीर करै पूरी पहरेदारी
रणबीर करै नहीं चाटूकारी नहीं बेचै अपणे गाणे नै॥
ढेरयाँ आला कुड़ता सै समझो इसके ताणे नै॥