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हरे झंडे / दुःख पतंग / रंजना जायसवाल
Kavita Kosh से
वे चिंतित हैं कि
कुछ छतों पर
हरे झंडे क्यों हैं?
मुझे डर है
कहीं वे कानून न बना दें
पेड़ हरे पत्ते और फल न उगाएँ
हरी फसलों पर मुकदमें चलाए जाएँ
कि उनके आदेश से तोते किसी दूसरे मुल्क चले जाएँ
कि औरतें हरी साड़ियाँ तो कत्तई न पहनें
और इस बात का खास ख्याल रखें
कि उनकी रसोई में हरी सब्जियाँ न आने पायें
कि उनकी कोख हरी न हो
दुर्लभ होते हरित-प्रदेश में
वे हरियाली की कुर्की कराने वाले हैं
पक्षियों
फसलो और
औरतो
कृपया सावधान।