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हर सू दिखाई देते हैं वो जलवागर मुझे / जिगर मुरादाबादी
Kavita Kosh से
हर सू1 दिखाई देते हैं वो जलवागर2 मुझे
क्या-क्या फरेब3 देती है मेरी नज़र4 मुझे
डाला है बेखुदी5 ने अजब राह पर मुझे
आँखें हैं और कुछ नहीं आता नज़र मुझे
दिल ले के मेरा देते हो दाग़-ए-जिगर6 मुझे
ये बात भूलने की नहीं उम्र भर मुझे
आया ना रास नाला-ए-दिल7 का असर8 मुझे
अब तुम मिले तो कुछ नहीं अपनी ख़बर9 मुझे
1. हर सू : in every direction; 2. जलवागर : manifest, splendid; 3. फरेब : tricks; 4. नज़र : sight, vision; 5. बेखुदी : unconsciousness; 6. दाग़-ए-जिगर : burnt marks on the soul [actually liver, but that is so un-romantic!]; 7. नाला-ए-दिल : tears and lamentation of the heart; 8. असर : effect; 9. ख़बर : knowledge, information, gnosis