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हाँ रे, छीपा भर रगडि़ले अगर-चनन / भोजपुरी

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हाँ रे, छीपा भर रगडि़ले अगर-चनन, कि डाबा भर कतरल पान, कि आहो रामा।
मिलि जाहु रे दइया सगरे सलेहर, कि चलहू सगर असनान, कि आहो रामा।।१।।
बरिजेले माता, कि बरिजेले पिता, कि अउरी बरिजे जेठ भाई, कि आहो रामा।
कि जनि जाहू बहिनी सगर असनानव, कि घेरी हिलें हथिसारे, कि आहो
रामा।।२।।
दुअरे कुइयाँ खनइबो रे बेटी, कि लइबो चनन चंपा गाछ, कि आहो रामा।
गछिआ अलोते नहइहे रे बेटी, कि पवने झूरइहे लामी केस, कि आहो रामा।।३।।
कुइयाँ के पानी कुइयाँइन बाबा, कि पोखरी के केस लटिआय, कि आहो रामा।
हमें जइबो बाबा सगर असननवाँ, कि घमवें झुरइबों लामी केस, कि आहो
रामा।।४।।
लेहू रे चेरिया खरी-मधु-तेलवा, कि चलहू सगर असनान, कि आहो रामा।
बाबा के सगरवे करबों असनानवाँ, कि घमवें झुरइबों लामी केस, कि आहो
रामा।।५।।
भेंवहू रे चेरिया खरी-मधु-तेलवा, कि हमहूँ घूमबों चारू आंट, कि आहो रामा।
पीछवा उलटि ताके उ से बुथ मालत, कि आइ पुगलें हथिसार, कि आहो
रामा।।६।।
कि आरे-आरे भइया रे पतरी महुतिया, कि नइयों ना जानि से तोहार, कि आहो
रामा।।७।।
कि आरे-आरे बहिनी पतरी तिरिअवा, नइयों ना जानिले तोहार, कि आहो
रामा।
कि मोरे हाथी बहिनी पानी के पिआसल, कि रागो ना माने अंकुस, कि
आहो रामा।।८।।
कि माता के लगब तुहूँ जेठ भइया, पिता के लगब जेठ सार, कि आहो रामा।
हमरो लगब धरम के मामा, कि लाजो ना लागत तोहार, कि आहो रामा।।९।।
आरे कइसे के लगबों हम जेठ भइया, कइसे के लगबों जेठ सार, कि आहो रामा।
तूहूँ मोरे लगबू धरम के तिवही, लेबों में हथिया चढ़ाय चढ़ाय, कि आहो रामा।।१0।।