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हाँ रे; कवना मासे आमवा मोजरि गइले / भोजपुरी

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हाँ रे; कवना मासे आमवा मोजरि गइले; हाँ रे, कवना मासे लगले टिकोर।
फागुन ही मासे आमवा मोजरि गइले; कि चइत मासे लगले टिकोर।
बइसाख ही पिया मोर विदेस गइले; सावन बेदना झकोर।।१।।
अगते में जनितों छोटी ननदी; कि राउर भइया जइहें परदेस।
कि कूँड़ा भरि कनिकारे पिसाई देतों; हाँ रे, सँठितों में चिउरा से चउरा।
कि नून-तेल सँठितों बहुत, कि एक ओर सँठितों दुओ वेदना हे।।२।।