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हाँ हे पूरबेहीं सुमिरिले सूरुज गोसाई / भोजपुरी

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हाँ हे पूरबेहीं सुमिरिले सूरुज गोसाई,
पछिमहीं, पछिमहीं देवा कराताल, हो हो रे पछिमहीं।।१।।
हाँ हे उत्तरहीं सुमिरिले पाँचों पाँडा भीम,
दखिनहीं, दखिनहीं बीर हलुमान, हो हो दखिनहीं।।२।।
हाँ हे डीह चढ़ि सुमिरिले अकाश कमिनिया,
गऊँवाँ रे चढ़ी, बरमा मसान, हो हो ये गउँवाँ रे चढ़ी।।३।।
हाँ हे अकासहीं सुमिरिले आकाश कमिनिया,
पतलहीं, पतलहीं बसुदेव नाग, हो हो रे पतलहीं।।४।।
हाँ हे अइनी गुन बान्हो, डइनी गुन बान्हो,
ओझा रे गुन, ओझा गुन मुसुका चढ़ाई, हो हो रे ओझा रे गुन।।५।।
हाँ हे तब जाई सुमिरिले आपन माता के,
जिन रे कोखी, जिन कोखी लेलीं अवतार, हो हो रे जिने कोखी।।६।।
हाँ हे तब जाई सुमिरिले मोड़ीन माताजी के,
सब रे नार, सब नार लिहली उठाई, हो हो रे सबु रे नार।।७।।
हाँ हे तब जाई सुमिरिले धरती माताजी के।
जिन रे ऊपर, जिन रे ऊपर ढुरेला जोरी पाँव, हो हो रे जिन रे ऊपर।।८।।