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हांती / शिवराज भारतीय
Kavita Kosh से
आपां बांटां
सगळां नै
दीयाळी रो उजास
ईद री मीठास
गुरूवाणी रो परकास
अर मिनख
ताजी सांसां लेय‘र
उडै आकास।