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हाइकु 160 / लक्ष्मीनारायण रंगा

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आज मेनका
त्यागै नीं शकुंतला
भ्रूण गिरावै


जनता तो है
फिक्सड डिपोजिट
पंचबरसी


अणूतो मीठो
खारो भी हुया करै
सेक्रीन दांई