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हाइकु 172 / लक्ष्मीनारायण रंगा

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सूरज जी रा
सातूं रंग परखै
बस प्रिज्म ई


राजहंस हां
चुगां मोती मोती म्है
सीप्यां जनता


सूरजमुखी
रूख बदळां हां म्है
सूरज सागै