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हाइकु 38 / लक्ष्मीनारायण रंगा

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कियां बचैला
मायड़ भाषा इण
वैश्वीकरण


भरत पूजी
श्रीराम री खड़ाऊ
नेता खुर्सी नैं


गूंजती जद
रिसियां री खड़ाऊ
धूजता राजा