मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
हाथी पर के हौदा बेचबौलऽ हे जटिन
आब जटा जाइ छऽ विदेश
ओहू सऽ उत्तम बनबा देब हे जटा
तोँ जटा नै जा विदेश
हाथक रूमलबा बेचबौलऽ हे जटिन
आब जटा जाइ छऽ विदेश
ओहू सऽ उत्तम सी देब हे जटा
तोँ जटा नै जा विदेश
सिर के पगरिया बेचबौलऽ हे जटिन
आब जटा जाइ छऽ विदेश
ओहू सऽ उत्तम खरीद देब हे जटा
तोँ जटा नै जा विदेश
उपजा-बाड़ी सपन भेल हे जटिन
आब जटा जाइ छऽ विदेश
एसगर हम जटा बालू के मछरिया
चलऽ चलू हमहूँ विदेश