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हाथों में हाथ / राबर्ट ब्लाई
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					हाथों में हाथ थामना किसी प्रिय का 
आप पाते हैं कि वे नाजुक पिंजरे हैं... 
गा रहे होते हैं नन्हे पंछी 
हाथ के निर्जन मैदानों 
और गहरी घाटियों में  
अनुवाद : मनोज पटेल
 
	
	

