Last modified on 12 अगस्त 2016, at 08:03

हाथ मेॅ जेकरोॅ / नवीन निकुंज

हाथ मेॅ जेकरोॅ माला छै
फसलोॅ वही घोटाला छै।
सुक्खोॅ मेॅ बैठी केॅ कानै
कहीं दाल मेॅ काला छै।
नगली मछली तक भी जाय छै
कहै कि मॅुह मेॅ छाला छै।
अन्दर सेॅ सब मौज उड़ावै
बाहर लगलोॅ ताला छै।
पीपरो गाछ दिखावै जरलोॅ
पड़ले हेनोॅ पाला छै।
कब तक शुद्ध गाांग ई रहतै
ठामे सौ गो नाला छै।