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हाय, भोर भेलै, भिनसरबा भेलै / मैथिली लोकगीत
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मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
हाय, भोर भेलै, भिनसरबा भेलै,
कोइलिया धम्मक देलकै हो हाय
हाय, उठियौ सामर अंगना बहारियौ हो हाय
हाय, अंगना बहारिते सामर
टूटलै बाढ़नियों हो हाय
हाय-टूटि गेलै सीकीमुठ बाढ़नियो हो हाय
हाय, अंगना मे बूली - घूमी
सासू पढ़ै गारिये हो हाय
हाय, भइया खौकी तोड़लक बाढ़नियों हो हाय
हाय, छमा करी दियौ सासू
भइया गारि न दियौ हो हाय
हाय, भइया गारि लऽगऽ हइ करेजबे हो हाय
हाय, एही नगरिया मे सासू के नइहरबा
हाय, रण से पियासल भइया जा हइ हो हाय
हाय, नाहीं हइ डोलबा,
कि नाहीं हइ उबहनियों हाय
नाहीं हइ बसती मे लोगबो हो हाय
हाय, अम्मा मोर सुनतै,
जमुनमा डूबी मरतै हो हाय
हाय, बाबा मोर जोगिया-फकिरबे हो हाय