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हाय-हाय, कहाँ विराजे सैयद फुलबरिया / मैथिली लोकगीत

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मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

हाय-हाय, कहाँ विराजे सैयद फुलबरिया
केये करै रखबरिये हाय?
हाय-हाय, काबा विराजे सैयद फुलबरिया
राजा करै रखबरिये हाय।
हाय-हाय, मालिन के बेटिया, बड़ी रे खेलरिया
आधे राती जाय फुलबरिये हाय।
हाय-हाय, कोने फुल फूलै मालिन भोर-भिनसरबा
कोने फूल फुलै आधी रतिये हाय?
हाय-हाय, बोली तऽ चमेली फूले भोर-भिनसरबा
क्योला फुल फूलै राधी रतिये हाय।
हाय-हाय, कोने फुल लोढ़ली, कबने फूल तोरली
कोने फुल उठे घमसाने हाय?
हाय-हाय, बेली फुल लोढ़ली, चमेली फुल तोड़ली
क्योला फुल उठै घमसाने हाय।
हाय-हाय, खोंइछा भरि लोढ़ली, दउरिया भरि तोड़ली
आबि गेले राजा रखबारे हाय।
हाय-हाय, छेकी लेलकै बटिया, घीची दैलकै खोंइछिया
अँचरा धय बिलमाये हाय।
हाय-हाय, छोडू छोडू आहो राजा अँचरा के खूंटबा
रोबति होतै गोदी के बलकबा हाय।
हाय-हाय, कांचे तऽ उमेरिया मालिन, मीठी तोहर बोलिया
कहां पौले गोदी के बलकबे हाय?
हाय-हाय, गेलिऐ जनकपुर, पुजली सिया जानकी,
वोहे देलखिन गोदी के बकबे हाय।
हाय-हाय, घरबामे होतौ गे मालिन, सासू रे ननदिया
खेलबति होतौ गोदी के बलकबे हाय।
हाय-हाय, सासु मोर अन्हरी, ननदि ससुररिया
रोबति होतै गोदीकै बलबके हाय।
हाय-हाय, छोडू-छोडू आहो राजा, अंचरा के खूंटबा
रोबति होतै गोदी के बलकबे हाय?